Tuesday, March 22, 2016

लंगर प्रसाद

लंगर ते चाय प्रशाद विच मेरी ब्लेस्सिंग्स ने, ऐनु व्रत वाले दिन वी खा सकदे हो, ओनू प्रशाद दी तरह देखो पदार्थ दी तरह नहीं |
जद तुस्सी ऐथे लंगर खांदे हो त्वाडे घर दे मेंबर, जो नही आए, बच्चे, माँ, प्यो, ओ वी ब्लेस हो जांदे ने"- गुरुजी

लंगर और चाय प्रसाद तो तुम्हारी दवाई है और सब रोगों को ठीक करते हैं । इन्हें प्रसाद की तरह देखो, ना की इन्हे बनाने वाले पदार्थों की तरह | लंगर और चाय प्रसाद तो तुम व्रत में भी खा सकते हो | जब किसी परिवार का कोई एक सदस्य भी लंगर और चाय प्रसाद ख़ाता है तो, घर के बाकी सदस्य चाहे घर पर हों या अस्पताल में, सब को मेरा आशीर्वाद मिलता है |

"लंगर दा प्रसाद ऐथे खाओ ते दवाई, जे बाहर ले जाओ ते मिठाई" - गुरुजी

लंगर और चाय प्रसाद में मेरा आशीर्वाद होता है उसे यही (बड़े मंदिर) पूरा खाना चाहिए, कछ बचना नही चाहिए |

"लंगर प्रसाद नु दोबारा गरम नही करदे" - गुरुजी
लंगर प्रसाद को दोबारा गरम नही करना चाहिए

Jai Guruji 🌹🙏
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